पंचकूला जिले के विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं शैक्षणिक भ्रमण करके अपने शहर पंचकूला वापस लौटे
पंचकूला जिले के विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं शैक्षणिक भ्रमण करके अपने शहर पंचकूला वापस लौटे
पंचकूला, 21 दिसंबर( ) 16 से 20 दिसंबर तक हरियाणा शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश पर पंचकूला जिले के विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं शैक्षणिक भ्रमण करके अपने शहर पंचकूला वापस लौट आए हैं । इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने अमृतसर स्थित श्री हरमंदिर साहिब, जलियांवाला बाग, अटारी बॉर्डर ,कपूरथला स्थित पुष्पा गुजराल साइंस सिटी तथा चंडीगढ़ में आर्ट गैलरी एवं रॉक गार्डन का भ्रमण किया ।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला गणित विशेषज्ञ पवन कुमार ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण में पंचकूला के 8 विद्यालयों के 100 छात्र- छात्राओं को ले जाया गया था ।उन्होंने बताया कि इस भ्रमण को हरी झंडी जिला शिक्षा अधिकारी उर्मिल देवी ने दिखाकर रवाना किया था। इस अवसर पर राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग टीम के सदस्य रमेश कुमार एवं सुभाष शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
रात्रि यात्रा के पश्चात अमृतसर पहुंचते ही विद्यार्थियों को स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने ले जाया गया। जहां पर सभी ने माथा टेका तथा गुरु घर में सरबत के भले की कामना की । मॉनिटरिंग टीम के सदस्य रमेश कुमार व सुभाष शर्मा ने अमृतसर पहुंच कर विद्यार्थियों के रहने एवं खाने के प्रबंध का निरीक्षण किया। शिक्षगण व छात्र सुबह का भोजन करने के पश्चात जलियांवाला बाग पहुंचे । जहां पर जाकर उन्होंने शहीद उधम सिंह के अस्थि कलश को नमन किया। उन्होंने गोलियों के निशान, शहीदी कुँए व अमर ज्योति पर जाकर नमन किया। दोपहर के भोजन के पश्चात सभी शिक्षकगण एवं छात्र छात्राएं अटारी बॉर्डर पर पहुंचे। जहां उन्होंने भव्य रिट्रीट सेरेमनी का लुफ्त उठाया। विद्यार्थियों ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों के साथ फोटोग्राफ भी खिंचवाई। खूब नृत्य किया। देशभक्ति का जोश उनमें देखते ही बनता था ।देश भक्ति से सरोबार पूरी टीम धार्मिक और राष्ट्र भावना से ओतप्रोत देर शाम को अपने गंतव्य पर पहुंची। रात्रि में आपस में मिल बैठकर खाने, बातचीत करने आपस में एक नए संबंध बनाने का मौका भी इन विद्यार्थियों को खूब मिला।
अगली सुबह कपूरथला स्थित पुष्पा गुजराल साइंस सिटी पहुंचकर सुबह का नाश्ता लेने के बाद विद्यार्थियों को थ्रिल राइड दिलाई गई। फिर एंजाइम्स के ऊपर 3D शो देखा तत्पश्चात माउंट एवरेस्ट से संबंधित एक फिल्म को देखा, जिसमें सभी विद्यार्थियों ने यह सीखा की मुसीबतें कितनी भी हो लेकिन मंजिल पाने की इच्छा हो तो वह सभी कठिनाइयों को दूर करके पाई जा सकती है।विद्यार्थियों ने डायनासोर पार्क, डायनासोर म्यूजियम, मानव विकास की कहानी, सोलर एनर्जी पार्क, डीएनए, आरएनए,क्रोमोजोम, गणित इत्यादि से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं की गैलरी को देखा तथा समझा कि किस प्रकार से विज्ञान ने समय-समय पर तरक्की की है। जो बातें वे आजतक किताबों में पढ़ते आए हैं उनको प्रयोगात्मक ढंग से कैसे समझा जा सकता है, यह देखने का अवसर प्राप्त हुआ। पूरा दिन एवं रात कपूरथला साइंस सिटी में रुकने के पश्चात विद्यार्थियों का यह दल चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी की ओर चल पड़ा। यहां पहुंचकर विद्यार्थियों ने आर्ट गैलरी एवं म्यूजियम तथा तत्पश्चात रॉक गार्डन देखा। जिसमें उन्होंने 3 आर के प्रयोग रिड्यूस, रीयूज एवं रीसायकल को समझा तथा तथा यह भी जानकारी हासिल की कि घर में पड़ी बेकार वस्तुओं को किस प्रकार से प्रयोग में लाकर आप उन्हें एक नया स्वरूप प्रदान कर सकते हैं । विद्यार्थियों ने डॉल हाउस में गांव की संस्कृति को बड़ी नजदीक से देखा। यह डॉल हाउस भी बेकार पड़े सामान से ही बनाया गया है ।
उनका यह भ्रमण केवल भ्रमण न रहकर धार्मिक, राष्ट्र भावना, एकजुटता, एक दूसरे के प्रति समर्पण, प्यार, निष्ठा व सामाजिक सामंजस्य का एक प्रतिरूप बनके उभरा। इस भ्रमण से छात्र शिक्षक के संबंधों में प्रगाढ़ता आई तथा विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों में भी सम्बन्ध स्थापित हुए।